एक बच्चे को हाथ पांव बांध कर बेरहमी से पिटाई करने वाला आरोपी गिरफ्तार

kushmediaadmin
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समस्तीपुर से रमेश शंकर :जिला के सिंघिया थाना क्षेत्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें 16 वर्ष के एक नाबालिग को रस्सी से बांधकर उसकी बेरहमी से पिटाई की जा रही है। इस दौरान उसके उपर पाइप से पानी की तेज बौछार भी की गयी।
बताया जाता है कि यह वीडियो सिंघिया थाना क्षेत्र के माहे गांव का है जिसमें महज बिस्कुट चोरी के आरोप में 16 साल के एक नाबालिग को रस्सी से बांधकर 9 घंटे तक पीटा गया। इस दौरान गांव के जनप्रतिनिधि और मुखिया पति भी वहां मौजूद थे। किसी ने भी पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी।
हालांकि घंटों बाद राहगीरों ने इसकी सूचना समस्तीपुर पुलिस कप्तान विनय तिवारी को दी तब आनन-फानन में स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंच उसे छुड़ाकर घर भेज दिया।
वहीं पीड़ित नाबालिग का बताना है कि देर रात 12-1 बजे फिर पुलिस उसके घर पहुंची और उसे अस्पताल ले गई जहां उसे कुछ दवा देकर फोटो खिंचवा लिया गया और एक आवेदन पर उसके परिजनों से अंगुठे का निशान ले लिया गया।
सबसे बड़ा सवाल है कि पुलिस शाम के 6 बजे पहुंची और वहां से छुड़ाकर उसे घर भेज दिया। लेकिन फिर देर रात 1:30 बजे में पुलिस पीड़ित के घर पहुंची है और उसे इलाज कराने के लिए अस्पताल ले जाती है। जब पुलिस घटनास्थल से छुड़ाया तो वह उसी समय इलाज क्यों नहीं कराया? युवक को मारने का आरोप सिंघिया थाना क्षेत्र के माही गांव निवासी दुकानदार मोती साहू और उसके पुत्र के उपर लगा है।
पीड़ित नाबालिग ने बताया कि वह दुकान पर स्वीट सुपारी खरीदने के लिए गया था। तभी उसे चॉकलेट के चोरी के आरोप में फंसा कर उसकी पिटाई कर दी गयी। उसका बताना है कि उसे 9 बजे सुबह से लेकर शाम 6 बजे तक बांधकर पिटाई की गई। उस दौरान पंचायत के मुखिया पति दिलीप सिंह भी वहां मौजूद रहे, लेकिन उन्होंने उसे बचाने के बदले उसे मारने की बात करते रहे।
वहीं इस मामले को लेकर एसपी विनय तिवारी ने कहा कि कि वायरल वीडियो मामले की जांच रोसड़ा एसडीपीओ से कराई गई है और आरोपी पिता पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया है।पिटाई के वक्त मौजूद जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगो की संलिप्तता की जांच का आदेश दिया गया है।सही पाया गया तो उनके उपर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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