पटना:- बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि सत्ता की लालसा में बौखलाए विपक्ष द्वारा बुलाए गए बिहार बंद के आह्वान को जनता ने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि बिहार बंद को आम जनता का समर्थन और सहयोग न मिलना इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि सूबे की समझदार और जागरूक जनता अब विपक्ष के नकारात्मक मंसूबों को भली-भांति भांप चुकी है।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने राजद और कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि बिहार की जनता उस अराजक और भयावह दौर को कभी नहीं भूल सकती, जब 2005 से पहले चुनावों में बूथ कैप्चरिंग के जरिए गरीबों, दलितों और कमजोर वर्गों को मतदान से वंचित रखा जाता था।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह जगजाहिर सच्चाई है कि लालू-राबड़ी के शासनकाल में लोकतंत्र का गला घोंटा गया। आगे उन्होंने कहा कि जिनकी राजनीति दबंगई और बूथ कैप्चरिंग की विरासत पर टिकी रही, वे आज किस नैतिकता से लोकतंत्र और संविधान की दुहाई दे रहे हैं?
प्रदेश अध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली और बिहार के दो विफल युवा, जो परिवारवाद के प्रतीक हैं, अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। बिहार बंद का आह्वान भी उसी का एक हिस्सा था, लेकिन बिहार की जागरूक जनता ऐसे प्रयासों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देगी। उनके असली चाल, चरित्र और चेहरे से अब हर कोई भली-भांति वाकिफ है।
साथ ही, उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास न कोई ठोस मुद्दा है, न ही जनता के लिए कोई सकारात्मक दृष्टिकोण। अपनी नीतिगत दिवालियापन और नेतृत्वहीनता से जूझ रहे विपक्षी दल अब बौखलाहट में झूठ, भ्रम, खोखले वादों और दुष्प्रचार का सहारा लेकर जनता को गुमराह करने की असफल कोशिश कर रहे हैं।