शेखपुरा :- जिला पदाधिकारी आरिफ अहसन ने कुछ पल के लिए अपनी कुर्सी छोड़ी और किसान की भूमिका में नजर आए। औंधे पंचायत में आयोजित क्रॉप कटिंग कार्यक्रम में डीएम ने खेत में उतरकर खुद हसुआ थामा और गेहूं की बालियों को अपने हाथों से काटा। यह नजारा देख किसानों के चेहरे पर मुस्कान तैर उठी और माहौल बिल्कुल उत्सव जैसा बन गया।फसल कटाई की इस प्रतीकात्मक प्रक्रिया के जरिए डीएम ने किसानों को यह संदेश दिया कि उनकी मेहनत और समस्याएं सरकार और प्रशासन की प्राथमिकता हैं। उन्होंने कहा कि क्रॉप कटिंग सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि किसान की मेहनत, उम्मीद और भविष्य का आधार है।
डीएम ने उपस्थित अधिकारियों और कृषि विभाग की टीम को निर्देश दिया कि क्रॉप कटिंग की प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता और सटीकता बरती जाए। उन्होंने मौके पर मौजूद किसानों से संवाद भी किया और फसल बीमा, सरकारी योजनाओं और न्यूनतम समर्थन मूल्य से जुड़ी जानकारी साझा की।
कृषि विभाग द्वारा बताया गया कि इस प्रक्रिया के तहत फसल उत्पादन का वैज्ञानिक ढंग से आकलन किया जाएगा, ताकि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और अन्य कृषि लाभों का वितरण सटीक आंकड़ों पर आधारित हो सके। कार्यक्रम में बीमा कंपनी के प्रतिनिधि, कृषि समन्वयक, पंचायत प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।खेत में डीएम को हसुआ से फसल काटते देख किसान रमेश यादव ने कहा आज पहली बार किसी अधिकारी को अपनी जमीन पर यूं काम करते देखा है। इससे भरोसा बढ़ा है कि हमारी आवाज सुनी जा रही है।जिला प्रशासन की यह पहल किसानों के लिए केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि प्रशासन और खेती के बीच की दूरी को कम करने की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है।