पटना : भारतीय मजदूर संघ के 20 वें त्रैवार्षिक अधिवेशन के दूसरे दिन विभिन्न प्रान्तों के श्रमिकों ने शोभा यात्रा निकाली। यह शोभा यात्रा राजकीय उच्च विद्यालय, पटना सिटी से निकाली गयी, जो चौक, गुरुद्वारा, मारूफगंज, पूरब दरवाजा होते हुए पटना साहिब स्टेशन के रास्ते पुनः राजकीय उच्च विद्यालय पहुंची, जहां खुला अधिवेशन किया गया।
शोभा यात्रा में श्रमिकों के ‘भारत माता की जय’, ‘देश भक्त मजदूरों एक हो, एक हो’, ‘बीएमएस की क्या पहचान-त्याग, तपस्या और बलिदान’ जैसे नारों से पटना सिटी गूंज उठा।
- खुला अधिवेशन में सरकार को चेतावनी
स्थानीय राजकीय उच्च विद्यालय, पटना सिटी के प्रांगण में आयोजित खुला अधिवेशन में सरकार को चेतावनी दी गयी।
इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ के महामंत्री रवींद्र हिमते ने कहा है कि भारतीय मजदूर संघ श्रम विरोधी नीतियों की वजह से सरकार के खिलाफ आंदोलन करने से नहीं चूकेगी। इसलिए, सरकार श्रम विरोधी नीति को लागू करने की नीति बंद करे।
उन्होंने कहा कि अपने अधिकार के लिए एकजुटता जरूरी है। सरकार को ‘सुनाने’ के लिए ‘एकजुटता’ आवश्यक है। हमें सड़क पर उतरकर संघर्ष करना होगा। उन्होंने कहा कि यह खुला अधिवेशन ट्रेलर है। इसके बाद भी सरकार श्रम विरोधी नीति जारी रखी, तो सड़क पर जोरदार ढंग से श्रमिक उतरेंगे।
राष्ट्रीय मंत्री सुरेंद्र पांडेय ने पूंजी विनिवेश का विरोध किया और कहा कि सरकार पूंजीपतियों की सुनना बंद करे। वहीं आंगनबाड़ी संघ की संगठन मंत्री अंजली पटेल ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ देने की मांग की, अन्यथा नवम्बर में दिल्ली घेरने की आह्वान की।
इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ, बिहार के प्रांतीय महामंत्री संजय कुमार सिन्हा ने भी सभा को संबोधित किया।
खुला अधिवेशन की अध्यक्षता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एस एस डिक्की ने की, जबकि संचालन राष्ट्रीय मंत्री अशोक शुक्ला ने किया।