बाहुबली नेता आनंद मोहन की जेल से रिहाई के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई

kushmediaadmin
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गोपालगंज से नमो नारायण मिश्रा:- गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड के आरोपी सूबे के बाहुबली नेता आनंद मोहन की जेल से रिहाई मामले को लेकर जहा सियासत तेज हो गयी हैं। वही इस घटना के चश्मदीद गवाह तत्कालीन डीएम के ड्राइवर दीपक कुमार ने बताया कि घटना 05 दिसंबर1994 की है। उस वक्त गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया हाजीपुर से मीटिंग करने के बाद मुजफ्फरपुर के रास्ते गोपालगंज आ रहे थे । तभी मुज़फ्फरपुर के जीरो माइल के पास बेकाबू भीड़ के शिकार हों गए । जिससे उनकी मौत हो गई। तेलंगना निवासीआईएएस अधिकारी कृष्णैया वर्ष 01 जून1994 को गोपालगंज में डीएम थे। डीएम जी कृष्णैया के ड्राइवर दीपक कुमार ने बताया कि डीएम के साथ हम लोग गोपालगंज से मुजफ्फरपुर होते हुए हाजीपुर मीटिंग के लिए गए थे। मीटिंग के बाद हम मुजफ्फरपुर के रास्ते लौट गोपालगंज लौट रहे थे। उस समय मुजफ्फर में हत्या के विरुद्ध में जुलूस जा रहा था। और हम साइड से निकल रहे थे। इस बीच जुलूस में चल रहे लोगों ने गाड़ी को घेर लिया और बॉडीगार्ड को बाहर खींच लिया। इसके बाद उन्होंने गाड़ी पर हाथ चलाना शुरू कर दिया। भीड़ में से गाड़ी हम निकाल कर भाग रहे थे ।लेकिन साहब ने कहाकि हमारा बॉडीगार्ड पीछे छूट गया है। इस लिए मुझसे गाड़ी रोकने के लिए कहा इस बीच लोगों ने फिर गाड़ी को घेर लिया।’ और मेरा गर्दन लोगो ने दबा दिया जिससे हम किस तरह वह से भाग गए ।इसी दौरान कुछ लोगो ने डीएम साहब को गाड़ी से निकाल कर ईंट पत्थर से मारना शुरू कर दिया । जब हम वापस आए तो देखा कि डीएम साहब घायल पड़े हुए थे। वहां से पुलिस की गाड़ी गुजर रही थी ।ड्राइवर दीपक ने पुलिस को बताया गया गड्ढे में गोपालगंज के डीएम है। इसके बाद उन्हें अस्पताल लेकर गए जहां उनकी मौत हो गई।

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