गरीबों को वोट से वंचित करने की साजिश के खिलाफ भाकपा – माले का मताधिकार बचाओ – लोकतंत्र बचाओ जन अभियान के तहत भाकपा – माले , पटना साहिब ,एरिया कमिटी , सचिव – अनय मेहता के नेतृत्व में आक्रोश मार्च पीर अली मुफ्त स्वास्थ्य केंद्र गुरुगोविंद सिंह पथ से भगत सिंह , चौक पहुंचा तत्पश्चात सभा किया गया।
सभा में वक्ताओ ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक दो महिने पहले अचानक चुनाव आयोग ने महज महिने भर में बिहार के 8 करोड़ मतदाताओं के विशेष गहन पुनरीक्षण का एक ऐसा निर्देश जारी किया है, जिससे करोड़ो मतदाताओं के संविधान प्रदत्त मतदान के अधिकार को संकट में डाल दिया है। इसके अनुसार राज्य के सभी मतदाताओं को एक विशेष सधन पुनरीक्षण प्रकिया से गुजरना होगा, जिससे उन्हें अपनी भारतीय नागरिकता सिद्ध करनी होगी ।इसके लिए 11 प्रकार के दस्तावेज मांग है जिनमें से अधिकांश दस्तावेज आम नागरिकों ( विशेष रुप से ग्रामीण गरीब और वंचित वर्ग) के पास उपलब्ध नहीं हैं और कुछ दस्तावेज ऐसे हैं जिन्हें इतने कम समय में सरकार से हासिल करना संभव नहीं हैं। यह ऐसी परिस्थित में हो रहा हैं , जब वर्षा , बाढ़ व सघन खेती का समय है बिहार में रोजी – रोटी की तलाश में करोड़ो लोग राज्य से बाहर हैं। नोटबंदी की तहत ही यह गरीबो की वोटबंटी है । यह गरीबों के वोट देने के अधिकार को छीनने की साजिश है गरीबों के अधिकार पर हो रहे इतने बड़े हमले के समय उनका वोट हथियाने को आतुर भाजपा – जद(यू) और यहाँ तक कि खुद को दलितों की पार्टी कहने वाली लोजपा, हम जैसी पार्टी की चुप्पी किसी न किसी तरह की गहरी साजिश हैं।
गरीबों की वोटबंदी के खिलाफ और उनके मताधिकार व लोकतंत्र की रक्षा के लिए पार्टी 31 जुलाई तक राज्य में सभी वार्डो , पंचायत, गाँव , मुहल्ल, बैठके,ग्राम सभाए ,नुक्कड़ सभाए, प्रभात फेरी , जन संपर्क किया जाएगा और चुनाव आयोग से इस सघन पुनरीक्षण को वापस लेने की मांग किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में शंभूनाथ मेहता, महेश चंद्रवंशी,राजेश कुशवाहा, मुजफ्फर आलम, सुरेश प्रसाद, रामनारायण सिंह, ललन यादव, श्रवण सिंह, आत्माराम, उमा यादव, चन्द्रभूषण शर्मा,रामबाबू प्रसाद, उमेश पासवान, बजरंगी प्रसाद, सुरेश साहनी,लल्लू यादव, मुनारीक चौधरी ,भूषण यादव, राजेश कुमार, राजकुमार चौधरी,देवेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र पासवान, उमेश शर्मा,विजय सिंह यादव, सुबोध कुमार, बिजेंद्र बिंद आदि ने भाग लिया।
बिहार के गरीबों से वोट का अधिकार छीनना बन्द करो:-माले
