पटना :-गुरुवार को जनता दल (यू0) के प्रदेश कार्यालय, पटना स्थित कर्पूरी सभागार में श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का उद्घाटन जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने दीप प्रज्वलित कर किया, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ई. रामचरित्र प्रसाद ने की तथा मंच संचालन प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष ई0 अशोक कुमार ने किया।
इस अवसर पर बिहार सरकार के माननीय मंत्री श्री अशोक चौधरी, माननीय मंत्री श्रीमती शीला मंडल, विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के उपनेता सह पार्टी कोषाध्यक्ष श्री ललन कुमार सर्राफ, विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक श्री संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री राजीव रंजन प्रसाद, माननीय विधान पार्षद सह मुख्य प्रवक्ता श्री नीरज कुमार, प्रकोष्ठों के संयोजक प्रो. नवीन आर्य चंद्रवंशी, श्री विनोद कुमार सिंह, पटना जिलाध्यक्ष श्री अशोक सिंह, महानगर अध्यक्ष श्री आसिफ कमाल, श्रीमती उषा प्रसाद, श्रीमती मालती सिंह, श्री वीरेंद्र मुन्ना, श्री रामबाबू सहित अनेक गणमान्य नेता उपस्थित रहे।
इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित कर माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि नीतीश सरकार द्वारा श्रम संसाधन, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे विभागों के माध्यम से श्रमिकों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में अभूतपूर्व कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ‘2025 में 225 और फिर से नीतीश’ के संकल्प को पूरा करने में हम सभी साथियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। यदि हम नीतीश सरकार के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाएं, तो यह लक्ष्य निश्चित रूप से हासिल होगा। श्री कुशवाहा ने यह भी कहा कि बीते बीस वर्षों में श्री नीतीश कुमार ने जिस प्रकार राज्य को नई दिशा दी है, वह स्वतंत्र भारत के इतिहास में एक अनूठा उदाहरण है। सड़कों का जाल, बेहतर शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार के अवसर, इन सभी क्षेत्रों में ऐतिहासिक परिवर्तन हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य और देश के विकास में श्रमिक भाइयों की अहम भूमिका रही है। आज का यह अवसर हमें एक नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। उन्होंने आह्वान किया कि हम सबको मिलकर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के हाथों को और अधिक मज़बूत बनाने का संकल्प लेना है।
बिहार सरकार के माननीय मंत्री श्री अशोक चौधरी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार की मूलभूत संरचना को सुदृढ़ कर आम जनजीवन को बेहतर बनाने का कार्य किया है। आज बिहार वैश्विक स्तर पर अपनी अलग पहचान बना रहा है, और इसमें हमारे श्रमिक साथियों का महत्त्वपूर्ण योगदान है। राष्ट्रीय जनता दल पर तीखा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि राजद की सोच आज भी ‘चरवाहा विद्यालय’ तक सीमित है, जबकि हमारे नेता श्री नीतीश कुमार ने आईटीआई, पॉलिटेक्निक और मेडिकल कॉलेज जैसे आधुनिक संस्थानों की स्थापना कर राज्य के युवाओं को एक नई दिशा दी है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2005 से पहले बिहार जातीय और सांप्रदायिक उन्माद की आग में झुलस रहा था, लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रदेश ने शांति, विकास और अवसर की राह पकड़ी है। आने वाले पांच वर्ष बिहार की आर्थिक उन्नति के लिए निर्णायक सिद्ध होंगे।
माननीय मंत्री श्रीमती शीला मंडल ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार गरीब-गुरबों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। वंचित और शोषित समाज के जीवन स्तर में जो उल्लेखनीय सुधार आया है, वह हमारे नेता श्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी नीतियों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि बीते 20 वर्षों में बिहार की तक़दीर और तस्वीर दोनों बदली है। ऐसे कर्मयोगी नेता के नेतृत्व में कार्य करना हम सभी के लिए गर्व और सौभाग्य की बात है। वर्ष 2005 से पहले की स्थिति याद करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय महिलाओं का घर से निकलना भी मुश्किल था, पूरे राज्य में भय और असुरक्षा का माहौल था। आज महिलाएं निर्भीक होकर घर से बाहर निकल पा रही हैं, तो इसका श्रेय पूरी तरह से मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को जाता है।
विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के उपनेता सह पार्टी कोषाध्यक्ष श्री ललन कुमार सर्राफ ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बेटियों को जन्म से लेकर स्नातक की पढ़ाई तक कुल 94,100 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। उन्होंने कहा कि पंचायती राज और नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने वाला बिहार देश का पहला राज्य है। इस ऐतिहासिक पहल के कारण सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी अभूतपूर्व रूप से बढ़ी है। श्री सर्राफ ने कहा कि नीतीश सरकार की 20 वर्षों की उपलब्धियों को घर-घर तक पहुंचाना हम सबकी जिम्मेदारी है, ताकि विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार का माकूल जवाब दिया जा सके और जनता को सच्चाई से अवगत कराया जा सके।