लंगोट मेला को लेकर तैयारियां पूरी , गुरु पूर्णिमा के अवसर मेला का होगा आयोजन

kushmediaadmin
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नालंदा से दीपक विश्वकर्मा :- गुरु पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाला लंगोट मेला सोमवार से शुरू हो जाएगा यह मेला 7 दिनों तक चलता है । इस मेला का आयोजन बिहार शरीफ के मनीराम अखाड़ा में किया जाता है इस मेले को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
बताया जाता है कि इस मेले में बाबा की समाधि पर लंगोट अर्पित किया जाता है पुरानी परंपरा के अनुसार सबसे पहले लंगोट जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा अर्पित किया जाता है इसके बाद मेले की शुरुआत हो जाती है।। इस मेले में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार का दिक्कत कठिनाइयां ना हो इसके लिए नगर निगम और जिला प्रशासन द्वारा व्यापक पैमाने पर तैयारियां की गई है। साथ ही साथ मनोरंजन के लिए झूले और खेल तमाशे भी लगाए गए हैं ।
अखाड़ा न्यास समिति के उपाध्यक्ष अमरकांत भारती ने बताया कि इस बार व्यापक पैमाने पर तैयारियां की गई हैं। साथ ही साथ रात्रि में रुकने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। दंत कथाओं के अनुसार बाबा मनीराम 1248 ईस्वी में अपने शिष्यों के साथ अयोध्या से बिहारशरीफ आए थे ।और यही रह कर उन्होंने लोगों को एकता भाईचारा का संदेश दिया । बाबा मल्ल योद्दा थे और वे लोगो को कुस्ती का प्रशिक्षण भी देते थे ।
वहीं पुजारी ने बताया कि दंत कथाओं और लोगों के द्वारा जानकारी मिलती है के बाबा अपने शिष्यों के साथ जब अयोध्या से चले थे तो वह लोटा, सोंटा और लगोंटा तीन चीज साथ लेकर चले थे। बाबा जब यहां आए तो धर्म के प्रचार के लिए कुश्ती को अपना माध्यम बनाया।
वहीं पुजारी ने बताया कि 1300 ईस्वी में बाबा ने समाधि ले लिया जिसके बाद उनके शिष्यों ने भी समाधि के ली ।
पहले रामनवमी के शुभ अवसर पर हनुमान जी का स्वरूप मानकर लगोंट अर्पित किया जाता था ।लेकिन जब उत्पाद विभाग के अधिकारी कपिल देव बाबू यह आए थे उस समय उनके केवल 6 पुत्री थी और वह वावा से पुत्र की प्राप्ति के लिए कामना किए जिसके बाद उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई।
पुत्र रत्न की प्राप्ति से कपिल देव बाबू काफी खुश हुए और उन्होंने 6 जुलाई 1952 को विधिवत इस मेले का उद्घाटन गुरु पूर्णिमा के अवसर पर किया।
जिसके बाद से लगातार इस मेले का आयोजन होता आ रहा है कहा जाता है की बाबा की समाधि पर सच्चे मन से पूजा अर्चना कर लगोंट चढ़ाने से सारी मनोकामना पूर्ण होती है ।

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