19 वर्ष बाद मकर संक्रांति पर भौम पुष्य का संयोग। आज से खरमास खत्म, शुभ लग्न, मुहूर्त प्रारंभ।
एंकर। मकर संक्रांति को लेकर पटना एवं आसपास के गंगा घाटों पर गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से उमरनी शुरू हो गई। 19 वर्षों बाद ऐसा संजोग बना है कि मकर संक्रांति का पर्व भौम पुष्य संजोग में मनाया जा रहा है। ब्राह्मणों का यह मानना है कि यह सहयोग बहुत ही शुद्ध एवं पवित्र है। ऐसे संयोग में लोगों को गंगा स्नान करने के बाद दव्य दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। बताया जा रहा है कि आज के दिन सूर्य की पहली किरण के साथ गंगा स्नान कर पूजा पाठ करने से कष्टो का निवारण होता है। गंगा स्नान को लेकर पटना सिटी के गाय घाट, एलसीटी घाट, कंगनघाट, भद्र घाट, दीघा घाट,सहित सभी घाटों पर सुबह से ही गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमरानी शुरू हो गई थी। महिला, पुरुष, बच्चे मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिए अहले सुबह से ही गंगा के घाटों पर पहुंचने लगे थे। वहीं दूसरी तरफ गंगा स्नान करने वाले लोगों के सुरक्षा को ध्यान में रखकर एसडीआरएफ टीम द्वारा गंगा नदी में सुरक्षा की निगरानी की जा रही है। इसके लिए एसडीआरएफ टीम के जवान गंगा नदी में अपने वोट के साथ किसी घटना, दुर्घटना को ध्यान में रखकर उनकी सुरक्षा में लगे हैं। एसडीआरएफ टीम के एक जवान ने बताया कि पटना के लगभग सभी घाटों पर जहां लोगों की गंगा स्नान के लिए भीड़ लगती है, वहां पर सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ टीम को लगाया गया है।