पटना, :-जद (यू) राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री राजीव रंजन प्रसाद ने मीडिया में जारी बयान में कहा कि एनडीए के कार्यकर्ता सम्मेलनों का दूसरा चरण प्रारंभ हो गया है। यह चरण तीस अगस्त तक चलेगा और इस दौरान लगभग 80 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ता सम्मेलन संपन्न हो जाएंगे। इसके बाद तीन सितम्बर से आठ सितम्बर के बीच में 42 और विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन होंगे। इस तरह आठ सितम्बर तक कुल 122 विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन पूरे हो जाएंगे। यानी आधा बिहार एनडीए की एकजुटता और शक्ति का गवाह बनेगा।
पहले चरण के जिला स्तरीय सम्मेलनों में सभी घटक दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने एक स्वर में जनता का आह्वान किया था, अब विधानसभा स्तर पर प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं की टोली गांव-गांव और पंचायत-पंचायत तक संगठन को सशक्त बना रही है। यही समन्वय और यही ताकत विपक्ष को बेचैन कर रही है।
एनडीए के 225 सीटों के लक्ष्य को हासिल करने की क्षमता और विश्वास कार्यकर्ता सम्मेलनों में दिख रही अभूतपूर्व ऊर्जा से साफ झलक रहा है। विपक्ष की तथाकथित ‘वोट यात्रा’ केवल नारों तक सीमित रह गई है, जबकि जनता नीतीश कुमार जी की उपलब्धियों का जादू देख और महसूस कर रही है।
2015 से अब तक बदला हुआ बिहार हर घर तक बिजली पहुंचाने वाली योजनाओं, गली-गली बिछी सड़कों, लाखों युवाओं को मिले रोजगार और करोड़ों परिवारों तक पहुँचे विकास से गूंज रहा है। अब तक 51 लाख से अधिक नौकरी और रोजगार सृजित किए जा चुके हैं। उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए ‘बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पैकेज 2025’ ने नई ऊर्जा दी है। बिहार इंडस्ट्रीयल इनवेस्टमेंट प्रोमोशन 2025 के जरिए आगामी पांच सालों में बिहार में 20 लाख करोड़ रुपए के निवेश की संभावना है साथ ही इसकी मदद से 1 करोड़ नए रोजगार का भी सृजन होगा। 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली की योजना हो या गांव-गांव तक पहुंची आधारभूत संरचना,हर क्षेत्र में नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने बदलाव की नई कहानी लिखी है।
जनता ने जब विपक्ष को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया, तब से बिहार की तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है। सड़कों पर दौड़ता विकास और घर-घर पहुंची सुविधाएं आज विपक्ष को खामोश कर रही हैं। 2025 से 2030 तक का नया संकल्प है, ‘फिर नीतीश, फिर विकास, फिर विश्वास’।
गगनभेदी नारों से गूंजता बिहार इस बात का संकेत है कि एनडीए का विजय रथ अजेय है।